सरज़मीने हिंदुस्तान और मुग़ल ख़ानदान :- सरज़मीने हिंदुस्तान पर मुग़ल ख़ानदान की 6 सौ साल हुकूमत रही और ये हिंदुस्तान की इस्लामी तारीख का सुनेहरा बाब (चेपटर) है लेकिन मुग़ल बादशाहों में ख़ास तौर से शहंशाहे हिंदुस्तान हज़रत औरंग ज़ेब आलमगीर रहमतुल्लाह अलैह का दौरे हुकूमत...
आपका तआरुफ़ :- आप तरीक़त व हक़ीक़त का सर चश्मए फ्यूज़ व मारफ़त खज़ाना और आपकी अज़मत व बुज़ुर्गी मुसल्लामा थी | हज़रत बायज़ीद बस्तामी रहमतुल्लाह अलैह का दस्तूर था के साल में एक मर्तबा “मज़ाराते शुहदा” की ज़्यारत के लिए जाया करते थे और जब ख़रक़ान पहुँचते तो फ़िज़ा में मुँह...
मसअला :- हज वाजिब होने की आठ शर्तें हैं, जब तक वो सब न पाई जाएं हज फ़र्ज़ नहीं: (1). इस्लाम :- लिहाज़ा अगर मुस्लमान होने से पहले इस्तिताअत (ताक़त) थी फिर फ़क़ीर हो गया और इस्लाम लाया तो ज़मानए कुफ्र की इस्तिताअत की बिना पर इस्लाम लाने के बाद हज फ़र्ज़ न होगा के जब तक इस्तिताअत...
ज़िल क़ादा का जो लफ्ज़ है :- वो ‘क़ादा’ से बना है यानी बैठना इस महीने में अरब के लोग कहीं आते जाते नहीं थे, घर में ही बैठते थे. माहे ज़िल क़ादा के ख़ास दिन S.NoWisaalBuzurgane DeenMazaar Location 11 ज़िल क़ादाहज़रत इमाम शम्सुद्दीन मुहम्मद अल ज़हबी रहमतुल्लाह अलैहदमिश्क़ / सीरिया...
आपका तअर्रुफ़ :- मलिकुल मशाइख बुरहानुल हक़ाइक़ सिराजुल औलिया ताजुल असफिया गंज बख्श मगरबी चिराग हज़रत सय्यदना गंज बख्श खट्टू रदियल्लाहु अन्हु आप दिल्ली के शाही खानदान से थे | आपके वालिद का नाम “मालिक इख्तियारुद्दीन” था आप की विलादत दिल्ली में हुई | आपके पिरो...