सभी आशिकाने रसूल को ईदुल गौसिया का महीना मुबारक हो,. रबी का माना है “बहार” माहे रबीउल आखिर यानी बहार का दूसरा महीना, “रबीउल आखिर के ख़ास दिन” Read this also शैखुल इस्लाम ताजुल औलिया शैख़ बहाउद्दीन सोहरवर्दी ज़करिया मुल्तानी रहमतुल्लाह अलैह की...
सब आशिकाने रसूल को हुज़ूर हबीबुल्लाह खैरे ख़लक़िल्लह अशरफुल अम्बिया रसूले आज़म ख़ातिमुल अम्बिया रहमतुल्लिल आलमीन सुल्ताने दारैन सरवरे काइनात नूर वाले आक़ा शाफाये उम्मत मुहम्मद मुस्तफा ﷺ की विलादत का महीना मुबारक हो, Read this also ज़िल हिज्जा के महीने में किस बुज़रुग का...
सफर का माना है “खाली होना” इस महीने में अहले अरब खाने पीने की चीज़ों की लिए बाहर निकल जाते थे और उन के मकान खाली होते थे | माहे सफर का चाँद देख कर सूरह अल नस्र पढ़ें | ﺑِﺴْﻢِ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﺍﻟﺮَّﺣْﻤَٰﻦِ ﺍﻟﺮَّﺣِﻴﻢِ ﺇِﺫَﺍ ﺟَﺎﺀَ ﻧَﺼْﺮُ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﻭَﺍﻟْﻔَﺘْﺢُ ﻭَﺭَﺃَﻳْﺖَ...
Pic Source – pinterest.com Muharram ke mahine mein kis bujurg ka urs kis mahine mein hota hai? – माहे मुहर्रम मुबारक हो, इस्लामी नया साल मुबारक! माहे मुर्रम को मुहर्रमुल हराम क्यों? कहते हैं :- मुहर्रम लफ्ज़ “हुरमत” से बना है यानी ताज़ीम अहले अरब...
तीनो रात एक तरह ख्वाब :- हज़रते इब्राहिम अलैहिस्सला ने जुलहज की आठवीं रात एक ख्वाब देखा जिस में कोई कहने वाला कह रहा है बेशक अल्लाह अज़्ज़ा वजल तुम्हे अपने बेटे को ज़िबह का करने का हुक्म देता है आप सुबह से शाम तक इस बारे में गौर फरमाते रहे के ये ख्वाब अल्लाह अज़्ज़ा वजल की...
ज़िल हिज्जा यानी हज वाला महीना इस महीने में मुस्लमान हज अदा करते हैं इस लिए इसे ज़िल हिज्जा कहते हैं | हदीसे नबवी :- अल्लाह तआला ने माहे ज़िल हिज्जा को बड़ी बुज़ुर्गी और फ़ज़ीलत का महीना बनाया है इस माह के इब्तिदाई 10 दिन बहुत मुबारक हैं और इस की इबादत का बहुत बड़ा सवाब है और...