कर अता अहमद रज़ाए अहमदे मुरसल मुझे मेरे मौला हज़रते अहमद रज़ा के वास्ते आप की विलादत शरीफ :- 10 शव्वाल 1272 हिजरी मुताबिक़ 14 जून 1856 ईस्वी बरोज़ हफ्ता ज़ुहर के वक़्त बरेली शरीफ उत्तर प्रदेश हिंदुस्तान में हुई | आप का नामे नामी इस्मे गिरामि :- मेरे आक़ा आला हज़रत, इमामे अहले...
सफर का माना है “खाली होना” इस महीने में अहले अरब खाने पीने की चीज़ों की लिए बाहर निकल जाते थे और उन के मकान खाली होते थे | माहे सफर का चाँद देख कर सूरह अल नस्र पढ़ें | ﺑِﺴْﻢِ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﺍﻟﺮَّﺣْﻤَٰﻦِ ﺍﻟﺮَّﺣِﻴﻢِ ﺇِﺫَﺍ ﺟَﺎﺀَ ﻧَﺼْﺮُ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﻭَﺍﻟْﻔَﺘْﺢُ ﻭَﺭَﺃَﻳْﺖَ...
आप तआरुफ़ :- बक़ीयतुस सलफ़ हुज्जतुल खलफ हज़रत सय्यद शाह अबुल क़ासिम इस्माईल हसन अल मारूफ “शाह जी मियाँ” की विलादत 3 मुहर्रमुल हराम 1272 हिजरी को मारहरा मुक़द्दसा में हुई | बैअत व खिलाफत अपने नाना सय्यद शाह गुलाम मुहीयुद्दीन अमीर रहमतुल्लाह अलैह से हासिल थी |...
गवर्नरों से शर्तें हज़रत खुजैमा बिन साबित रदियल्लाहु अन्हु से रिवायत है :- के हज़रत उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु जब किसी शख्स को कहीं का वाली (हाकिम,सरपरस्त) मुक़र्रर फरमाते तो उससे चंद शर्तें लिखवा लेते थे पहली शर्त ये के वो तुर्की घोड़े पर सवार नहीं होगा दूसरी शर्त...
सायाए जुमला मशाइख या खुदा हम पर रहे रहिम फरमा आले रहमा मुस्तफा के वास्ते हुज़ूर मुफ्तिए आज़म हिन्द रहमतुल्लाह अलैह आप बगैर फोटो के हज के लिए गए :- हज व ज़ियारत हैरमैन शरीफ फैन की सआदत दो बार आप को तक़सीमे हिन्द (जब हिंदुस्तान का बटवारा नहीं हुआ था) से पहले हासिल हुई...
सायाए जुमला मशाइख या खुदा हम पर रहे रहिम फरमा आले रहमा मुस्तफा के वास्ते आप की विलादत बा सआदत :- आप की विलादत बा सआदत 22, ज़िल्हिज्जा 1310, हिजरी मुताबिक़ 18, जुलाई 1893, ईस्वी बरोज़ पीर बरैली शरीफ में हुई | आप का इसमें गिरामी :- जिस वक़्त आप की पैदाइश हुई उस वक़्त आप के...
बेहरे मारूफ़ों सरी मारूफ दे बेखुद सरी, जिन्दे हक़ में गिन जुनैदे बासफा के वास्ते आप की विलादत बा सआदत :- आप की विलादत बा सआदत कर्ख में हुई | आप का नाम :- आप का इसमें मुबारक “असदुद्दीन” और मशहूर नाम “माअरूफ़ करख़ी” और कुन्नियत “अबू...
एक जोगी की क़बीह (बुरी) हरकतों का आपने ख़ात्मा किया :- क़यामे अजूधन (पाक पतन शरीफ) के शुरू ही के दिनों का वाक़िअ है के आप रहमतुल्लाह अलैह जंगल में तशरीफ़ फरमा थे एक बूढ़ी औरत सर पर दूध की हांडी लिए गुज़री | आप रहमतुल्लाह अलैह ने पूछा अम्मा कहाँ से आ रही हो? कहाँ जारी हो? सर...
Pic Source – pinterest.com Muharram ke mahine mein kis bujurg ka urs kis mahine mein hota hai? – माहे मुहर्रम मुबारक हो, इस्लामी नया साल मुबारक! माहे मुर्रम को मुहर्रमुल हराम क्यों? कहते हैं :- मुहर्रम लफ्ज़ “हुरमत” से बना है यानी ताज़ीम अहले अरब...